लम्हें
यूँ छुप छुप न देखा करो हमारी प्रोफाइल को l
मुहब्बत गर दिल में तो सीधा वार किया करो ll
बचपन की मुहब्बत रूह की मुहब्बत होती l
न जिस्म की चाहत न रूप तंग की परवाह.ll
ज़िन्दगी में सब बर्दाश
मगर बेइज़्ज़ती नहीं l
वक़्त रहते वादा निभा
वरना ये ज़िन्दगी नहीं ll
कोई दिल का अरमाँ हो तो
लिख सकते हो.!
सुना है आज कल जनाब को
नींद न आती.!!
बेवफा दुनियां में वफ़ा की तलाश न कर.!
यहाँ एक चहरे पर कई चेहरे लगाते लोग.!!
इश्क़ इबादत ए इश्क़ पूजा l
जिनूँ मिल्या इश्क़ रब्ब ए ll
एक सहारे नहीं छोड़ी जाती दुनियां
जीवन तो आना जाना है.!
जो गुज़र गया उसे भूलना है बेहतर
अपनों के लिए भी जीना है.!!
यूँ न इतराओ इस जवानी के नूर पर,
उतर जायेगी एक दिन चढ़ो न खजूर पर.!
लोगों का क्या कब एतेबार उनका
किया कीजिये.!
खुद को बचाना है तो हिफाज़त
खुद ही कीजिये.!!
क्या निगाहें उठा झुका समझना चाहो,
दिल ना फिसलेगा तुझ हुस्न ए लंगूर पर.!!
कोई दिल का अरमाँ हो तो लिख सकते हो.!
सुना है आज कल जनाब को नींद न आती.!!
Posted on December 14, 2020, in Shayari Khumar -e- Ishq. Bookmark the permalink. Leave a comment.
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