दिल परदेसी हो गया (नज़्म)
अँखियाँ क्या लड़ी दिल परदेसी हो गया.!
देखते देखते ही कोई नैनों में बस गया.!!
दिल परदेसी हो गया…दिल तो दिल है,
किसका है इखत्यार,
मेहँदी उसके हाथों लगी,
असर दिल पे हो गया,
दिल परदेसी हो गया…बड़ा बेअसर था,
जब तन्हा था दिल,
मुहब्बत में बह गया,
गुल-ए-गुलशन हो गया,
दिल परदेसी हो गया…हाल इसका न सुनु,
तो धड़कता जोर से,
सब कहते हैं तेरा ,
दिल बगावती हो गया,
दिल परदेसी हो गया…
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