Category Archives: Funny Poetry
हम बीमार क्या हुए तुम…
आज थोड़े से बीमार क्या हुए लोगों ने मुंह ही फेर लिया,
सोचा क्यों दिल के ज़ज़्बात पेश किये जाएं।
अर्ज़ किया है:-
हम बीमार क्या हुए तुम Ignore कर बैठे .!
इक Like न दी तो तुम Dislike कर बैठे.!!
“हद हो गई”…
हर बात की एक इंतहां होती है,
और कार्य का प्रतिकार्य भी
फिर भी वो कहते हैं “हद हो गई“…
बहुत भेजें हैं मुहब्बत के पैगाम,
जवाब देकर नेक काम कर ले.!
इससे पहले तुझे Blocked करूँ,
दिल में मुझे Locked कर ले.!!
सुप्रभात…
स्वीकार किया आप का सुप्रभात,
शायद इसी बहाने दिन अच्छा गुज़र जाए यारा.!
यूँ भी तेरी कम हो इनायत-ए-नज़र,
क्या करे”सागर“आखिर दिल है ठहरा आवारा.!!
तेरी तस्वीर…
देखी है जब तेरी तस्वीर साडी में,
दिल दीवाना हो गया./
कहता कम्बखत तुझ शम्माँ का,
अब परवाना हो गया.//
नोटिफिकेशन्स.!!
न कर मेरी नोटिफिकेशन्स से इतनी मुहब्बत,
किसी दिन किसी काम का न रहे.!
मिले मेरी शादी का नोटिफिकेशन तुझे यारा,
और तू आशिक नाकाम-सा हो रहे.!!
कुंवारा.!!
कुंवारा हूँ दिल का कुंवारे दिलवाली कुंवारी चाहिए.!
दिल से हो पाक-साफ़”सागर“ऐसी घरवाली चाहिए.!!
पेडे यहाँ भिजवा देते…
दो-चार पेडे यहाँ भिजवा कुछ करने की ताक़त दिलवा देते./
जश्न फिर हम भी मनवाते तुम्हारी सेहत टना-टन बनवा देते.//
जोड़ी…
क्या खूब उनकी थ्योरी है किसी के रिप्लाई से स्पीड जोड़ी है.!
अभी स्पीड देखी कहाँ”सागर”की रब्ब ने बनाई क्या जोड़ी है.!!
Your Fb Waal…
देखा है तुम्हें Fb की waal पर,
शर्म आती नहीं बेवकूफों-सा लिख रहे हो.!लगता है पागल हो गए हो तुम,
आगरा के पागलखाने की राह जोत रहे हो.!!
माशूका के बच्चों का मामा…
ए खुदा कभी वो दिन न दिखाना माशूका के बच्चों का मामा न कहलवाना .!
ज़न्नत के बाजए ज़ह्नुम भेज देना पर “सागर“जिगर के टुकड़े न कर जाना.!!
ज़माना…
खत तुमनें बहुत लिखे मगर जवाब देता ज़माना चला गया.!
अब तो एस एम् एस का ज़माना है एक मोबाईल खरीद ले.!!
Don’t cross your limits..!!
बोलने की तमीज नहीं,
बैठने का ढंग नहीं,
जब देखो नाक पे गुस्सा,
प्यार के क़ाबिल नहीं…
चाहत रखती इश्क़ की,
दिल में ज़ज़्बात नहीं,
होगी किसी क़ाबिल पर,
वकील के क़ाबिल नहीं…
बात बात तुनक मिज़ाज़ी,
ज़रक़ भी दिमाग नही,
सूरत से बेशक माशाल्लाह ,
जिस्म किसी क़ाबिल नहीं…
Post is Still Vacant…👄👄 Reply
वो अभी तक कुंवारे हैं,
सुना उन की ही ज़ुबान से./यारो निराश क्यों होते हो,
मीन्स पोस्ट इस स्टिल वैकेंट.//
❤😀💘😃💘❤
Wo abhi tak Kunware hai,
Suna un ki hi zubaan se./
Yaaro nirash kyun hote ho,
Means post is still Vacant.//
मिज़ाज़..!!
पहले छोरियां छत्त पर आती थी आँख मिला परेशां कर जाती,
आज वक़्त बदला What’s-app Facebook का जमाना आया पर जनाब .!
वक़्त बेशक बदला हो हसीनों के मिजाज नहीं बदले,
चुपके से आती Like दे दिल-ए-धड़कन बढ़ा छिप जाती हैं .!!
Pahale choriyan chatt pr aati thi aankh mila pareshan kr jaati,
Aaj waqt badla What’sup Facebook ka jamana aaya par Janab.!
Waqt beshq bdala ho haseeno ke mijaaj nahin badale,
Chupke se aati Like de dil-e-dhadkan badha chip jaati hain.!!
सुहागरात❤️❤️
आज फिर उन संग मुलाक़ात होगी.!
रात भर जाग कर लम्बी बात होगी.!!
जागेंगे खुद और जगायेंगे,
वादों में शिक़वा-शिकायात होगी.!
ख्वाब देखें जो तन्हाई में,
उन अरमानों की सुहागरात होगी .!!
कुछ वो कहेंगे कुछ हम,
फिर ज़ज़्बातों की बरसात होगी.!
तंग होती दिल की गलियों में,
नए रिश्तों की नई शुरुवात होगी.!!
चाँद-सितारे बनेंगे गवाह,
क्या खूब आज हसीन रात होगी.!
ख्वाहिशों की रहेगी न इंतहा,
सांसों की ऐसी जो सौगात होगी.!!
Aaj phir un sang mulaqat hogi,
Raat bhar jag kr lmbi baat hogi.!
Khwab dekhein jo tanhai mein,
Un armanon ki suhagraat hogi.!!
jageinge khud aur jagayeinge,
wadon mein shiqwa-shiqayat hogi.!
Kuch wo kaheinge kuch hum,
Phir zazbaaton ki barsaat hogi.!
Tang hoti dil ki galiyon mein,
Nye rishton ki nyi shuruwat hogi.!!
Chaand Sitare baneinge gawah,
Kya khub aaj haseen raat hogi.!
Khwahishon ki rahegi na intha,
Sanson ki aisi jo sougat hogi.!!
UP wali…
Oh UP wali tu kal phir aana,
Ladai lgana tere jhgade hain bde mahan…
Ilzzam lgana munh phulana,
Magrur bta garur apna chipana tere nakhre mahan…
Oh UP wali…
Socha tha tere sang ghar bsaunga par tu na maani,
Do-char ki mummy bnaunga par tu hath na aani…Oh.mastani….
Tere ghar ke,,,kai chakkr kate…par gaas na daali…
Ki tune meri kuto-khani arey O deewani tere jhgade hain mahan…
Oh UP wali…
Tu kal phir aana dil lgana,
Magar khoon na pee jaana tere jhgade hain mahan…
Oh UP wali…
Ego Problem…
न Good Morning न Good Evening न Good Night-Sweet Dreams,
फिर ऊपर से उम्मीद के उन से पहले हम बात भी करें.!जनाब माना मुहब्बत में तक्कलुफ़ की कोई ज़रूरत नहीं,
पर फिर भी बिन बुलाये मेहमान की तरह बात कैसे करें.!!
Na Good Morning Na Good Evening Na Good Night-Sweet Dreams,
Phir Opar Se Ummeed Ke Unse Pahale Hum Baat Bhi Karein.!
Janab Maana Muhabbat Mein Takkaluf Ki Koyi Zarurat Nahin Hoti,
Par Phir Bhi Bin Bulaye Mehman Ki Tarah Baat Kaise Karein.!!
ज़रा सोच…!!
तुझ से मुहब्बत न होती तो ज़रा सोच,
तेरे पीछे-पीछे घर तक क्यों मैं आता,
तेरी मम्मी के जुटे-चप्पल क्यों खाता,
वो जो काला सांड-सा कुत्ता पाल रखा है,
तेरे डैडी ने पीछे छोड़ भाग कटवाया है…ज़रा सोच…
साला बनाने की चाह कई जतन किये,
तेरे भाई को उसकी गर्ल-फ्रेंड से मिलवाया,
और गर्ल-फ्रेंड के पापा ने भी पिट लिए हैं,
बड़ा मंहगा पड़ा है सौदा तेरी उल्फत का,
जिसने चाहा धो-धो थपकी से धुलाया है…ज़रा सोच…
कहीं दाल न गली तेरी बहन से जा मिले,
पास बिठाया और दिल के टुकड़े खोल दिए,
हाल-ए-दिल सारा जान वो मंद-मंद मुस्काई,
बोली हमें देखो हमरी बहना से बेहतर मलाई,
अरे बेवकूफ तूने हमसे क्यों न आँख लड़ाई…ज़रा सोच…
तरस खा मुझ पर कर मुहब्बत तू मुझ से,
ज़िन्दगी न कटे तेरे बगैर कसम है दिल से,
और का न हो जाऊं मुझसे पहले आ मिल,
माँ ने दिया है अल्टीमेटम खफा है मुझ से,
देख लेना वो एक दिन दूर करेगी तुझ से…ज़रा सोच…
माशूक़ के बच्चों का मामा.!!
ज़िन्दगी में प्यार तो कई किया करते हैं पर मंजिल तक बहुत कम पहुँच पाते हैं !
कुछ ऐसे अभागे भी होते हैं जो अपनी माशूका को किसी और की बनते देखते हैं,
असली मुश्किल तो तब होती जब माशूक़ अपने बच्चों के साथ वापिस उनके
सामने होती है…और बच्चे मामा-मामा कह बुलाते हैं…!!
पहला प्यार भुला पाना नामुम्किन होता है…
अर्ज किया है:-
इश्क़ मुझसे चाहे बेशक न कर.!
अपने बच्चों से मामा ना कहलवाना.!!दुनियां में हर रिश्ता अच्छा.!
बड़ा मुश्किल है ये रिश्ता निभाना.!!जो कभी मिलवाएगी शहज़ादे से.!
बेशक झूठ बोलना पर भाई ना बताना.!!क्या ज़रूरी गुज़रा बताये सब कुछ.!
मम्मी को माँ की बहना ना जतलाना.!!माशूक़ है और माशूक़ रहेगी.!
अब और रिश्ते की चासनी ना पिलाना.!!मेरी ना हुई कोई बात नहीं.!
कम से कम उस मासूम का घर बसाना.!!ज़िन्दगी यही है यही तकाज़ा.!
मेरी तो बातें हैं और बातों पर ना जाना.!!सब को मनचाहा नहीं मिलता.!
सदा खुश रहे दुआ है पर मुझे भुलाना.!!.!!
Ishq mijjse chahe beshq na kar,
Apne bachchon se Mama na kehlwana.!
Duniyan mein har rishta achcha,
Bada mushqil hai ye Rshta nibhaana.!
Jo kabhi milwayegi Shahzade se,
Beshq jhooth bolna par Bhai na batana.!
Kya zaruri guzra bataye sab kuch,
Mummy ko maan ki bahan na jatlaana.!
Mashuq hai aur mashuq rahegi,
Ab kisi aur rishte ki Chasni na pilaana.!
Meri naa huyi koyi baat nahin,
Kam se kam us masum ka ghar basana.!
Zindagi yahi hai yahi takaza,
Meri to baatein hain aur baton par na jaana.!
Sab ko manchaha nahin milta.!
Sada khush rahe dua hai par mujhe bhulana.!
रचना कैसी लगी विचार दीजियेगा…
सौतन/Souten…
ईर्ष्या मानव जीवन की एक नैसर्गिक आदत है…
व्यक्ति चाहे कितना भी दयालु या सभ्य क्यों न हो?
अपने प्रियतम को किसी और की तरफ आकर्षित
होते नहीं देख सकता…
इसी को ध्यान में रख एक प्रेयसी की अपने प्रियतम
पर दी गयी प्रतिक्रिया व्यक्त करने का प्रयास
प्रस्तुत रचना में किया है…
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32 24 26 क्या खूब फिगर मैंने पाई है.!
क्या है मोई सौतन में जो इतना भायी है.!!
क्या है मोई…
चंदा-सी सूरत शराबी आँखन मैंने पाई है.!
देख मुझे चन्दर लोक की भी शरमाई है.!!
क्या है मोई…
मर्द ज़ात होती रसिया दिल खोट समाई है.!.
एक संग मन भरा दूजी से आँख लड़ाई है.!!
क्या है मोई…
काली-कलूटी भैंस पे क्यों लार टपकाई है.!
हूर छोड़ लँगूरनी संग क्यों नज़र मिलाई है.!!
क्या है मोई…
याद जब कहता था तू मक्खन सी मलाई है.!
दुनियां में तुझसे सुन्दर होर न कोई लुगाई है.!!
क्या है मोई…
32 24 26 kya khub figure maine pai hai.!
Kya hai moyi sotan mein jo itna bhai hai.!!
Kya hai moyi…
Chanda si surat sharaabi aankhan maine pai hai.!
Dekh mujhe chandar lok ki apsra bhi shrmai hai.!!
Kya hai moyi…
Mard jaat hoti rasiya dil ma khot samai hai.!
Ek sang man bharaa duji se aankh ldaai hai.!!
Kya hai moyi…
Kaali kalooti bhains pr kyun laar tapkaai hai.!
Hoor chod langurni sang kyun nazar milai hai.!!
Kya hai moyi…
Yaad jab kehta tha tu makakhan si malaai hai.!
Duniyan mein tujhse sundar hor na koyi lugai hai.!!
Kya hai moyi…
Hisaab-Kitaab..!!
English में गिट-पिट करती है,
समझे सब को Set करती है.!
बातों में उसकी कोई दम नहीं,
बस दिल को Hurt करती है.!
एक चम्मचा ले इतराती फिरती,
बेवकूफ पर Trust करती है.!
खुद को समझे मलिका-ए-जहाँ,
जहाँ बैठे सिर्फ Dust करती है.!
न जाने Beauty देखे मेरी Cutie,
सारी दुनियां में First रहती है.!! ,
English mein git-pit karti hai,
Smjhe sab ko Set karti hai..!
Baaton mein uski koyi dum nahin,
Bas dil ko Hurt karti hai..!
Ek chamcha le itraati phirti,
Bewkoof par Trust karti hai..!
Na dil ki saaf na rang ki hi saaf but,
Saari duniyan se Flirt karti hai..!
Khud ko samjhe ik Malika-e-Jahan,
Jahan baithe sirDust karti hai..!
Na jane Beauty dekhe meri Cutie,
Saari duniyan mein First rahti hai..!
कुंवारे ज़ज़्बात..!!
छह फुट तीन इंच का बांका नौजवान हूँ.!
पतला हूँ मगर बड़ा खूबसूरत जवान हूँ.!!
भरती हैं पीछे-पीछे आहें कई तितलियाँ.!
सम्भाला है दिल को फिसलता कहाँ हूँ.!!
गोरा है मुखड़ा और सीना भी है चौढ़ा.!
देख हसीनाओं ने आँखों पे पल्ला ओड़ा.!!
बहकी है नज़र कई हसींन बालाओं की.!
देख बोलें हाय अल्लाह कहीं का न छोड़ा.!!
शायर हूँ दिल का थोड़ा खिलाडी भी हूँ.!
दिल के मामलों में बड़ा अनाड़ी-सा हूँ.!!
मगर करीब आने की ज़िद्द न करा करो.!
बाँहों में भर लूँगा थोड़ा-सा जुगाड़ी जो हूँ.!!
Oh.!!Shit…
कुछ ऐसा लिख जिसे दुनियां पढ़े और याद करे क़यामत आने बाद भी.!
ये क्या छिछोरों-सा लिखते दाद मूर्ख चापलूसों की पा खुश हो लेते हो.!!
I Think She Is Around 30…!! 💗❤
Jis tarha wo baat baat pr zirah karte hain.!
Mashallaha 30 ke aas-paas ke lgte hain.!!
Waqt badla hai ab umar ki baatein na karo.!
Duniyan ke aashiq saare ab Nick yaar se lgte hain.!!
Khubsurat hain akalmand aur shoukh bhi.!
Ldi jab se unki aankh humse behaal se lgte hain
Jodi khub jamegi koyi maane ya na maane.!
Muhabbat ho to pahad bhi maidan se lgte hain.!!
💗👄💗👄💗👄💗
2.Hum bimaar kya hue hazoor ke hosh fakhta ho gye.!
Abhi to Jahan Panhan saltnat par raj karne ke yog hain.!!
जानूं …
उन्हें प्यार से हमनें जानूं क्या कह दिया,
हज़ूर की बोहें चढ़ गयी.!
करीब होते जो व्हाटअप्प्स पे न होकर,
समझो जूती उतर गयी.!!
तेरे मुंह पर खामोशियों के ताले जड़े हैं.!!
क्या खूब तेरे मुंह पर खामोशियों के ताले जड़े हैं.!
कई है”सागर“जैसे जिनकी जान के लाले पड़े हैं.!!
क्या खूब तेरे मुंह पर…बेरुखी है या बेअदब हो गई है तूं ही ये जाने सब.!
हुस्न मगरूर हो जो जाने आशिक़ लाइन खड़े हैं.!!
क्या खूब तेरे मुंह पर…दांतों तले दबा ऊँगली मंद-मंद क्यों मुस्कुरा रही.!
लगता जान-ए-बहार के मुंह में घने छाले पड़े हैं.!!
क्या खूब तेरे मुंह पर…सर्दी का मौसम ठण्ड में रोज़ नहाने से बचती है.!
करीब हों कैसे सखियाँ कहें तेरे बालों में अड़े हैं.!!
क्या खूब तेरे मुंह पर…
नव वर्ष की शुभकामनाएं…
नव वर्ष की शुभकामनाएं…
बड़ी बतमीज़ है वो,
जो खवाबों में तो रोज़ आती.!
रात खूब सताती पर,
एक अदद बात ना मान पाती.!!
नए साल में शायद,
खुदा दे उस को थोड़ी सद्बुध्दि.!
यूँ तो समझदार है,
पर प्यार की भाषा न समझ पाती.!!
उड़ती चीज़ मांगी,
कोई होंठों की लाली थोड़े चुरा ली.!
दूर से इतराती है,
करीब आ खुद ही ना संभल पाती.!!
कहे”सागर“यारों से,
मुहब्बत हसीं पर जालीम भी बड़ी.!
रात तन्हाई में उस,,
कुंवारे तकिये की सहमत खूब आती.!!
ज़रा ध्यान से…
वैसे हर किसी से तुम…तुम्हारा… कर बात करना,
कुछ लोगों को काफी तहज़ीब भरा लगता है…?
मज़ाक ही तो किया था,
नहीं चाहिए तेरी किस्स,
वैसे भी तू पान बहुत खाती है…
तेरे भी हैं कुछ सपने,
तेरे भी अरमान,
उनके होंठ अपने हैं,
तेरे लब उनके,
फिर कैसे तेरी आरज़ू,
कैसे तेरी ज़ुस्तज़ू,
अपनी तो वैसे भी ग्वालियर वाली है ना …
कभी पागल कहती,
कभी आवारा,
माना हम रूठ जाते,
रूठते तो मान भी जाते,
तेरी तरह नखरे पर,
नखरा भी न दिखाते
अब छोड़ भी वैसे भी,
परपोज़ तेरी सहेली ने क्या है…
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