Category Archives: Thought of the Day
आपका दिन मंगलमय हो…
चाहतों के फूल यूँही खिलाते रहे,
प्यार से सबको गले लगाते रहे.!
ज़िन्दगी का क्या भरोसा ‘सागर‘,
जब तक हैं सु-प्रभात बुलाते रहे.!!
सु-प्रभात.!!
आपका दिन मंगलमय हो…
ये जीवन है.!!
ये जीवन है उतार-चढ़ाव जीवन का अंग है।
रिश्ते बनते बिगड़ते रहते किन्तु इसका मतलब ये नहीं
हम सदा के लिए सम्बन्ध तोड़ लें
राजा-महाराजाओं की लड़ाइयां हुई,राष्ट्रों की होती बाद
आखिर में समझौता रकना ही होता अपनों के लिए या
औरों के लिए?
तीज-त्यौहारों पर तो खुद पर नियंत्रण कर मुस्कुरा मिलना चाहिए बात बातें करनी चाहिए
इज़्ज़त तो हर किसी की होती
“राह चलतों की भी और और दो-चार लाख महीना कमाने वालों की भी”
बड़ा वो होता जो झुकता है?वो नहीं जो मदमस्त हाथी माफिक रहे?
सदा रहने न कोई आया और न ही रहेगा “सागर”.!
जाने हर कोई फिर भी मुंह चढाने में इज़्ज़त समझे.!!
इस दौर में सब एक तरफ़ा हो चला…
क़ुर्बानियों के इस दौर में सब एक तरफ़ा हो चला.!
पहले आप पहले आप पर नज़र प्यार बिक चुका.!!
रहम.!!
कुछ तो रहम करो यारो,
आस्मां में और कितने छेद करोगे.!
नस्लों की तो फिक्र करो,
धरती माफ़िक़ इसका हाल करोगे.!!
सु-प्रभात.!!, एहतियात…
ज़िन्दगी की उलझी-सुलझी राहों पर बड़ा चल बन्दे.!
मगर ये एहतियात रहे खुद पर नज़र बनाये रखना.!!
Good Morning…
वो सुबह सुहानी हो जो यार का दीदार हो जाए
आँख खुले और उनका पैगाम आ जाए.!
रात तन्हा कटी फिर काहे की कोई फिक्र्र रहे,
“सागर“चेहरा सामने जो उनका आ जाए.!!
पहचानों इंसानों को…
कुछ खौफ खाओ यूँ न सताओ इंसानों को,
माना कहने को यहाँ इंसान सभी,
पर पहचानों इंसानों को…!!
तक़दीर …
शक्ल से करते मुहब्बत’सागर‘,
काश सीरत से की होती./
अपनी तक़दीर के साथ-साथ,
उस की भी बनाई होती.//
हिंदुस्तानी जो ठहरा.!!
अरे भाई अपना मुल्क़ जीता है,
फिर शायरी क्यों हो??
तो हो जाइये शुरू हज़रात…
To,
Indian Cricket Lovers…
ए खुदा इस जीवन में कभी India की पाक से हार मत दिखाना.!
हाँ क्या करूं थोड़ा-सा खुदगर्ज़ हो गया हूँ हिंदुस्तानी जो ठहरा.!!
अधूरा-सा…
ज़िन्दगी के इस दौर में बहुत कुछ मनचाहा मिलेगा’सागर‘.!
फिर भी आखिर कुछ ऐसा होगा जो अधूरा जो रह जायेगा.!!
Life.!!
Of course life is more than Love,
But life is less than Someone’s Feelings…
बेशक जिंदगी प्यार से बढ़कर है,
लेकिन जीवन किसी की भावनाओं से कम है.!!
न जानेगा ‘सागर’ औरत की बंदिश-ए-दास्ताँ.!!
मेरी वफाओं को तूने बेवफाई का नाम दिया,
काश मेरी जगह होता समझता मजबूरियों को.!
न जानेगा ‘सागर‘ औरत की बंदिश-ए-दास्ताँ,
कैसे सहना होता रिवाज़ों की पहरेदारियों को.!!
ज़िन्दगी कई रंगों से सजी-धजी.!!
ज़िन्दगी कई रंगों से सजी-धजी,
कुछ खूबसूरत कुछ बदनुमाँ.!
राहों को हम ही चुनते “सागर“,
जिनपे चलना होता उम्र तमाँ.!!
इत्तेफ़ाक़…
ज़िन्दगी भी क्या अजीब इत्तेफ़ाक़ है यार’सागर‘.!
किसी को जी भर देती कहीं निवाला छीन लेती.!!
Zindagi bhi kya azeeb itefaq hai yaar ‘Sagar‘.!
Kisi jo jee bhar deti kahin ek Niwala cheen leti.!!
💘 सु-प्रभात 💘
💘सु-प्रभात💘
ज़िन्दगी दो-चार दिन की है या पल भर की पता नहीं.!
जो भी है हंस-खेल जीलो अब है बाद कुछ पता नहीं.!!
चलन.!!
यही दुनियां का चलन रहा”सागर“,
जब भी की पाक वफ़ा किसी ने./
शक की नज़रों से देखा गया वही,
किसी खातिर जान दी जिस ने,//
माँ…!!
जो शीश माँ के चरणों में झुकाते,
वही ज़माने का विश्वास पाते हैं.!माँ के कदमों तले ज़न्नत का सार,
जीते जी यहीं स्वर्ग पा जाते हैं.!!
सुना है रब्ब होता पर देखा नहीं,
देखी बस माँ की मधुर छाया.!पैदा किया दूध पिला बड़ा किया,
फिर भी बगावत कर जाते हैं.!!
जिस ने न किया माँ का आदर,
उसने न पाया कहीं भी प्यार.!अपनी जननी को न मानने वाले,
सम्मान कहाँ कहीं पाते हैं.!!
वक़्त का तकाज़ा.!!
वक़्त का तकाज़ा यही है जिसे बनाओगे वही मिटाएगा.!
जब तल्क़ मतलब “सागर” प्यार वफ़ा-सा दिखलायेगा.!!
ज़िन्दगी चार दिनों का मज़मा.!!
ज़िन्दगी चार दिनों का मज़मा,
इसे यूँ आँसुंओं में न बहा.!
कल पछताए वक़्त गुज़रे बाद,
“सागर” हर पल मुस्कुरा.!!
आज आया तो कल “सागर” जाना भी पड़ता है.!!
ज़िन्दगी को है जीना तो फिर रोना भी पड़ता है,
कभी ख़ुशी की छांव कभी गम सहना पड़ता है.!
यही जीवन और यही जीवन का शाश्वत सत्य है,
आज आया तो कल “सागर” जाना भी पड़ता है.!!
Good Morning…
“Good Morning“
एक पत्थर तो मारो आसमान में छेद ज़रूरत होगा.!
कोशिश करो न फिर उम्मीदों की ख्वाहिश क्यों.!!
ख्याल.!!
ये ख्याल ही क्यों कर हुआ करे”सागर“,
माता-पिता को साथ रखने का.!
बचपन से जवां करते क्या कभी उन्होंने,
ख्याल किया साथ रखने का.!!
ज़िन्दगी..!!
दुआ बदुआ का खेल है ज़िन्दगी,
करनियों का मेल है ज़िन्दगी./
कोशिश कर न सताये किसी को,
लम्हों का ही खेल है ज़िन्दगी.//
Happy Mother’s Day(Dedicated to My Mom)
दुनियां से न्यारी मेरी मम्मी.!
सब से प्यारी है मेरी मम्मी.!!
दुनियां से न्यारी…
सुबह-सवेरे उठती पर,
न जगाती फिर भी हमें,
हर काम करती खुद मगर,
बेफिक़्क़र कर जाती हमें,
दुनियां से न्यारी…
मैंने रब्ब नहीं देखा,
मगर उससे ज्यादा है वो,
जन्म दिया पाला बड़ा किया,
और कुछ न मांगे वो,
दुनियां से न्यारी…
खुशकिस्मत हैं वो”सागर“,
जिन्हें नसीब मान का प्यार,
कुछ ऐसे भी गरीब हुए,
जो अमीर खो उसका प्यार,
दुनियां से न्यारी…
Duniyan se nyari meri Mummy.!
Sab se pyaari hai meri Mummy.!!
Duniyan se nyari…
Subaha-sawere uthati par,
Na jagaati phir bhi hamein,
Har kaam karti khud magar,
Befiqqar kar jaati hamein,
Duniyan se nyari…
Maine Rabb nahin dekha,
Magar usse jyada hai Wo,
Janm diya paala bada kiya,
Aur kuch na maange Wo,
Duniyan se nyari…
Khushkismat hain wo”Sagar”,
Jinhein naseeb Maan ka pyaar,
Kuch aise bhi Gareeb hue,
Jo Ameer kho Uska pyaar,
Duniyan se nyari…
इश्क़ का कोई मज़हब नहीं होता…
यूँ तो यारो इश्क़ का कोई मज़हब नहीं होता मगर “सागर“.!
कोई गीता पढ़े या नमाज़ गर होना तो इश्क़ हर हाल होता.!!
GOOD MORNING.!!
GOOD MORNING.!!
कुछ लम्हों की है ज़िन्दगी जाने कब सांसें साथ छोड़ जाएं.!
जब तक जियो हंस के जियो सुख-दुःख तो यूँही आएं-जाएं.!!
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