“लम्हें”
1. दूर रहो या पास ,
बेशक खामोश बैठो.!
क़तल करने की ये भी,
यक़ीनन कोई अदा होगी.!!
2.ये शाम उनके नाम जो कभी अपने थे 💘💘
वक़्त का तक़ाज़ा देखिये तन्हाई में गुज़रा है 💘💘
3. हुस्न को बाज़ारू समझ मोल-भाव न लगाइये.!
ये न भूलें तुमको भी किसी माँ ने पैदा किया था.!!
4. कुछ वो चुलबुली,
कुछ ये क्यूट संध्या 💘💘
अब फैसला कैसे हो
दिल उलझा और बंध गया 💘💘
5. न फंस इन की लच्छेदार बातों में 💘💘
हुस्न वाले दिल फरेबी होते हैं.!
क़तल करते इश्क़ का खुद मगर फिर 💘💘
इलज़ाम भी उसी सर लगाते हैं.!!
6. तस्वीर उनकी सिरहाने रख न सोया करो.!
खुद तो सोते हो रात भर उन्हें तड़पाया करो .!!
7. कोई गीत ऐसा लिख जो मुझ पर हो 💘
बात मेरी करे जो पसंद आये .!
तेरे दिल में कुछ -कुछ होता है💘
कह न जो मुझे रास आये.!!
8. ये शाम उनके नाम जो कभी अपने थे 💘💘
वक़्त का तक़ाज़ा देखिये तन्हाई में गुज़रा है 💘💘
9. हज़ूर ये उनका नहीं कम्बखत आके हुस्न असर है👌👌
बेचारा इश्क़ क्या करे समझे या ाको प्यार करे 💘💘
10.वादा वही करो जो निभा सको …
न निभा पाए गर चेहरा दीखाने क़ाबिल न रहोगे
11. तुझे रास आता होगा गैरों के नक़्श-ए-कदमों चलना 💘
💚❤👍💗💚
हमनें तो तह उम्र गुज़ार दी मनचाही मंजिलों से चल 💘
12. किससे शिकायत और किस -किससे शिक़वा 💗💗उनसे जब बात नहीं होती.!
बिन बात किये रह भी तो नहीं पाते 💘💘दिल में हरारत जो रहती.!!
13. आओ इक ऐसे ज़हान को चलें जहाँ कोई अपना न हो बेगाना न हो.!
बस चारो और खुशियों का तराना हो.!!
14. उनकी बेवफाई का कुछ ऐसा सबब है.!
दिल 💔💔तोड़ते हैं फिर कहते मैंने क्या किया.!!
15. देखा जो आइना तो वो शर्मा गया 💘💘
कम्बख्त ने तेरी तस्वीर आँखों में जो देख ली ❤❤
16 . इक़रार वहां होता जहाँ इज़हार होता 💘💘
जो बैठे पहले आप पहले आप सोच प्यार उनसे कहाँ होता ❤❤
17. बेवफा से वफ़ा की उम्मीद जैसे मरुस्थल में झील की ख्वाहिश 😀😀
अरे कुछ तो सोच लिया होता बर्खुदार क्यों की ऐसों से मुहब्बत और उम्मीद 😀😀
18.खुदगर्ज़ ज़माने से कैसे हो आरज़ू ‘सागर‘.!
यहाँ फुरसत कहाँ किसी को किसी वास्ते.!!
19.कुछ ऐसे वफादार होते जो वक़्त के साथ बदल जाते.!
ये भी सकूँ की बात है वक़्त रहते ऐसे से सम्भल जाते.!!
20.वो तेरी गुलाबी साडी और उस पर गदराया बदन .!
गुमाँ होता झील में खिलता कमल आवाज़ दे रहा.!!
21. ये सुबह की Good Morning नहीं पैगाम दिल का भेजा है.!
जो क़बूल हो दिल से तो जवाब ज़रूर देना.!!
22. दुनियां कैसी भी है”सागर”निभानी पड़ती.!
जब तल्क़ मिली ज़िन्दगी जीनी ही पड़ती.!!
23.बारिश से पुछा नादाँ “सागर” ने क्यों बरसती हो.!
अदा से बोली तेरे मेहबूब की अखियन बात कहती हूँ.!!
24.तन्हा-तन्हा न कटे दिन का क़रार.!
गर साथ तेरा मिले हो दिलको सकूँ.!!
25.न कोई शिक़वा है न ही कोई शिकायत तुझसे.!
बस जिये जा रहे हैं ज़हर तन्हाई सही जा रहे हैं.!!
26.धन-दौलत-शोहरत की कमी न थी.!
जब से दूर हुए”सागर”गरीब हो गए .!!
27.यही इश्क़ का असर है नामुंमकिन मुम्मक़िन लगे.!
हो जाए गर मुहब्बत”सागर“दुनियां बड़ी हसीं लगे.!!
28.यूँ आँखों के तीर दुनियां गर पर चलाओगे,
भंवरों की अंखियन फिर कैसे बच पाओगे.!
दोगो उन्हें उस गुन्हा सजा जो किया नहीं,
ऊपर से इलज़ाम उनके ही सर लगाओगे.!!
29. सुन्दर विचारों की अनुभूति ही ज़िन्दगी है…
जो रिश्ते बोझ से लगें ‘सागर‘ उन्हें तोडना ही बेहतर.!
क्या फायदा कभी मिलें नज़र मिलाना नामुंमकिन हो.!!
30. तूने भी तो किताबों से दिल लगाया था.!
हम नें वही किया जो तूने सरहाया था.!!
31.कभी सवेरे Good Morning ही कर लिया करो.!
यूँ तो बोलते नहीं इसी बहाने बात कर लिया करो.!!
Posted on July 2, 2019, in लम्हें. Bookmark the permalink. Leave a comment.
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