“लम्हे”

हर रोज़ रात खवालो में आती है,
वो बन बना अपनी.!!
सुर्ख जोड़े में लिपटी जैसे दुल्हन,
बनती फिर सजनी.!!
वैसे तो तू बड़ी बिगड़ी है
इश्क़ हो जायेगा तो देखना,
मुहब्बत अच्छे अच्छे को
बेहतर इंसान बना देती.!!
बड़ी माज़ुक़ छुई मुई सी है वो
देख हमें सिमट जाती वो,
मुहब्बत गर उन से हो गई तो
जाने क्या हाल करेगी वो.!!
ज़िन्दगी में मुहब्बत करना
मगर बेवफा से नहीं,
बेवफा के नहीं आज़माना
कभी रूठ कर सही.!!
मिले तो वो ऐसी मिले
हर हाल में साथ चले,
राहें बेशक हों कटीली
पर सफर सुहाना हो.!!
मिले तो वो ऐसी मिले
हर हाल में साथ चले,
राहें बेशक हों कटीली
पर सफर सुहाना हो.!!
कुछ खतायें मेरी रही
हॉंगी माना मगर,
इस दिल ने बस एक
तेरी ही पूजा की.!!
कभी शिद्दत से तुझे
चाहा था,
अब सोचता कितना
मासूम था.!!
दिल में कुछ है मगर ऊपर से
दिखाते कुछ और,
मेरे हमराह कुछ इस क़दर है
इतराते आज कल.!!
ए घटा रुक ज़रा उनको आने तो दे,
बरसना इतना फिर वो जाने न पाएं.!!
पहली नज़र में देखा
तो प्यार हुआ,
दिल का क्या कसूर
जो इक़रार हुआ.!!
उन संग मुहब्बत कर भला क्या मिला,
इंतज़ार इंतज़ार ज़ुस्तज़ु भरा इंतज़ार.!!
इतना आसाँ न होगा दिल से भुला पाना,
यही वजह थी कभी दिल में बसाया नहीं.!!
बात बेबात रूठना उनकी आदत
उन्हें मानना न आता हमें मनाना,
दिल की हालत दोनों रह न पाते
उन्हें कहना न आता हमें बताना.!!
मिले तो वो ऐसी मिले
हर हाल में साथ चले,
राहें बेशक हों कटीली
पर सफर सुहाना हो.!!
कभी शिद्दत से तुझे
चाहा था,
अब सोचता कितना
मासूम था.!!
कुछ खतायें मेरी रही
हॉंगी माना मगर,
इस दिल ने बस एक
तेरी ही पूजा की.!!
खबर न थी दीदार करने को
इतने बेताब थे,
नहीं तो हम सांसें भी आप के
दामन में लेते.!!
बहुत प्यार किया था
तेरे क़दमों की धुल को भी,
मगर तुम तो हमे इक
आवारा समझ नकार गए.!!
उफ्फ कम्बख्त ये बाली उम्र
उस पर ये कमसिन अदा,
जैसे चाँद धरती पे हो उतरा
दे रहा दीवानों को सज़ा.!!
Posted on July 17, 2022, in लम्हें. Bookmark the permalink. Leave a comment.
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