यूँ भी इश्क़ लाइलाज बिमारी”सागर”.!!
न कर मेरा ख्याल यूँ ज्यादा-ज्यादा
गर तेज़ बारिश हुई भीग जायेगी ज्यादा.!
यूँ भी इश्क़ लाइलाज बिमारी”सागर“,
फिर लगाएगी इलज़ाम भी ज्यादा-ज्यादा.!!
Posted on May 12, 2019, in Shayari Khumar -e- Ishq. Bookmark the permalink. Leave a comment.
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