Morning Special… तेरा नहीं मैं कभी परेशां न कर.!.!!
क्यों इक़रार नहीं तो ख्यालों में आते हो.!
खुद भी परेशां “सागर” को जगाते हो.!!
अर्ज़ है:-
अपने मासूम ख्यालों से,
परेशां न कर.!
तेरा नहीं मैं कभी,
हैरान न कर.!!…
क्यों तेरा इंतज़ार रहता मुझे,
कोई और रास्ता दीखता नहीं,
इक अनजान को यूँ,
बेक़रार न कर…
रात ख्वाबों में तूं आया था,
सुर्ख जोड़े को पहने हुवे,
ज़िन्दगी अपनी तूं,
वीरान न कर…
भूल जा “सागर” को भुलाने दे,
बिन अपने जीना सीख जाने दे,
मान जा देख दिल,
नादाँ न कर…
Posted on January 2, 2018, in Nagama-e-Dil Shayari. Bookmark the permalink. 2 Comments.
Happy new year!
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Falaq ji Wish you a very Happy new year too…May God fulfill your all dreams&desires…
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