‘Feelings’ Devoted to You…
गुज़रे लम्हों की सौगात बन गया हूँ.!
तेरे ख्यालों में खो ख्याल हो गया हूँ.!!
सूरज की पहली किरण याद कराती.!
तेरे बिन जीने को ही तरस गया हूँ.!!
इक सवाल-सा बन रह गयी ज़िन्दगी.!
उलझे सवालों का जवाब हो गया हूँ.!!
आ छोड़ सारे रिवाजों को छोड़ कर.!
डूबती सांसें मगर इंतज़ार कर रहा हूँ.!!
बोले आ ढूंढें इस शहर में शायरी.!
नादान तेरे तीर से ही तो घायल हुआ हूँ.!!
यूँ ही नहीं तेरे दिल को भाती मेरी बातें.!
गौर से देख आइना आँखों में बस गया हूँ.!!
यूँ ना छेड़ सांसों को अपनी खुशबू से.!
तेरी चाहत में पढ़ दीवाना बन गया हूँ.!!
लफ़्ज़ों में ज़ुस्तज़ू’सागर‘की गहराई है.!
तन्हाई में अक्सर ग़ज़ल लिख गया हूँ.!!
Posted on April 20, 2017, in Ghazals Zone. Bookmark the permalink. Leave a comment.
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