Must…
कौन-सा शक्श ऐसा है ज़िंदगी में जिसका दिल कभी ना धड़का हो?
किसी के लिए बेक़रार ना हुआ हो?
ये और बात है कुछ कह जाते,जतला जाते पर कुछ ऐसे भी बदनसीब
होते या हया/पर्दा पसंद या माकूल वक़्त का इंतज़ार करने वाले,
जो इस खूबसूरत एहसास से महरूम रह जाते, बयान कर पाते?
अर्ज़ है:-
जवान दिल है धड़केगा भी,
किसी से प्यार करेगा भी ज़रूर.!
ना कोई रोक सका ना रुकेगा,
किसी पर निसार होगा भी ज़रूर.!!
लाख बंदिशें करे बागवान,
खिल कर कली फूल बन जाती.!
कोई ना कोई भवनरा उस का,
एक दिन रस हरेगा भी ज़रूर.!!
जब टॉक खामोश है सादगी,
इश्क़ कर बहाया होगा ज़रूर.!
बाहर निकालने के बहाने होंगे,
गली-मुहल्ले बदनाम होगा ज़रूर.!!
एक ऐसा दिल बताओ कहाँ,
जिसने प्यार ना किया इक़रार ना.!
‘सागर‘ की लहरें है दिल,
देखना तूफान उठा होगा ज़रूर.!!
Jawaan Dil Hai Dhadkega Bhi,
Kisi Se Pyaar Karega Bhi Zarur.!
Na Koyi Rok Saka Na Rukega,
Kisi Par Nisaar Hoga Bhi Zarur.!!
Lakh Bandishein Kare Bagvan,
Khil Kar Kalee Phool Ban Jaati.!
Koyi Na Koyi Bhawnra Us Ka,
Ek Din Ras Harega Bhi Zarur.!!
Jab Talk Khamosh Hai Saadgi,
Ishq Kar Behaya Hoga Zarur.!
Bahar Nikalne Ke Bahane Honge,
Gali-Muhalle Badnam Hoga Zarur.!!
Ek Aisa Dil Bataao Kahaan,
Jisne Pyaar Na Kiya Iqraar Na.!
‘Sagar‘ Ki Lahrein Hai Dil,
Dekhna Toofan Utha Hoga Zarur.!!
Posted on October 2, 2016, in Ghazals Zone. Bookmark the permalink. 3 Comments.
Lovely …such a nice post
LikeLiked by 1 person
Reblogged this on O LADO ESCURO DA LUA.
LikeLiked by 1 person
I’.m Glad You Like It,
Thanks a Lot. Sonali ji.
LikeLiked by 1 person