इक़् बार प्यार ज़रूर करना.!!
इक़् बार ही सही पर ज़िंदगी में,
प्यार ज़रूर करना.!
किसी ना किसी शक़्स पर सनम,
एतबार ज़रूर करना.!!
इक़् बार प्यार ज़रूर करना…
यक़ीन हर शक़ की दीवार गिराता,
इनक़ार ना करना.!
दिलवाले की इक़रार-ए-उलफत पर,
इक़रार ज़रूर करना.!!
इक़् बार प्यार ज़रूर करना…
जो दिल मुहब्बत में ना धड़के वो,
धड़कता दिल कहाँ.!
जाने ना सही भूले ही दिल अपना,
निसार ज़रूर करना.!!
इक़् बार प्यार ज़रूर करना…
ना दर्द समझे ना सुख महसूस करे,
प्यार बिन इन्सान.!
इन्सान बने हो इन्सानों में खुदको,
शुमार ज़रूर करना.!!
इक़् बार प्यार ज़रूर करना…
Posted on January 25, 2016, in Ghazals Zone. Bookmark the permalink. 5 Comments.
Kya Bataiye Phir?
LikeLiked by 1 person
Arey waa Sirji, 900 followers! ☺☺☺
LikeLiked by 1 person
Thanks Chandniji.
LikeLiked by 1 person
☺☺
LikeLiked by 1 person
LikeLike